Thursday, December 27, 2018

क्या आपके WhatsApp मैसेज कोई और पढ़ रहा है? ऐसे करें चेक

WhatsApp एक ऐसा इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप है जिसके दुनिया भर में 1.5 अरब से भी ज्यादा ऐक्टिव यूजर्स हैं. लोग वॉट्सऐप पर भरोसा करते हैं. क्या वॉट्सऐप हैक हो सकता है? ये सवाल लगभग हर किसी के मन में होता है. कंपनी इसे सिक्योर बनाया है और एंड टू एंड एन्क्रिप्शन दे कर इसके चैट्स को भी सिक्योर किया है. कई लोगों को ऐसा भी लगता है कि वॉट्सऐप हैक हो ही नहीं सकता. लेकिन ऐसा नहीं है और वॉट्सऐप हैक हो सकते हैं. लेकिन ये थोड़ा ट्रिकी है. कई बार आपके वॉट्सऐप के मैसेजेस कोई और पढ़ रहा होता है, लेकिन आपको इस बात की खबर नहीं होती.

मुमकिन है आपके स्मार्टफोन में वॉट्सऐप होगा और इसे आप सबसे ज्यादा यूज करते हैं. इसलिए आपको सेफ और सिक्योर रहने की जरूरत है. आपको इसके लिए क्या करना है और क्या नहीं करना है हम बताते हैं.

आपको ये पता होगा कि एक नंबर से सिर्फ एक ही स्मार्टफोन में वॉट्सऐप चलाया जा सकता है. आप किसी भी हालत में दो फोन में एक वॉट्सऐप नहीं चला सकते हैं. हालांकि आप एक साथ कंप्यूटर और मोबाइल में एक ही वॉट्सऐप चला सकते हैं. वॉट्सऐप वेब के जरिए आप QR कोड स्कैन करके वेब और मोबाइल पर वॉट्सऐप चला सकते हैं. इस तरीके से आपका वॉट्सऐप हैक भी होता है.

वॉट्सऐप हैकिंग कई बार महज चंद सेकंड्स में हो सकती है. आपने कुछ समय के लिए किसी को फोन दिया और वो आपके वॉट्सऐप को एक टूल के जरिए स्कैन करके सारे चैट्स और रियल टाइम मैसेज हैक कर सकता है. इसकी वजह सिर्फ वॉट्सऐप वेब ऑप्शन है.

दूसरा तरीका ये है कि आपका मोबाइल नंबर वॉट्सऐप में रजिस्टर करके उसे ऐक्टिवेट करने के बाद आपकी पूरी चैट हिस्ट्री रिकवर की जा सकती है. इसके लिए कई ट्रिक्स हैं, जैसे वॉट्सऐप के भेजे गए कोड को कस्टमर केयर की तरफ से फ्रॉड कॉल करके कोड मांगा जा सकता है जो कई केस में देखने को भी मिला है. इसके लिए हैकर्स वॉयस मैसेज का भी सहारा लेते हैं. 

यह चेक करने के लिए की आपका वॉट्सऐप कहीं और नहीं चलाया जा रहा है आप वॉट्सऐप की सेटिंग्स में जा सकते हैं. यहां वॉट्सऐप वेब दिखेगा जिसे ओपन कर सकते हैं. अगर कहीं वॉट्सऐप ओपन है तो यहां उसकी जानकारी दिखेगी. यहां से आप Sessions एंड कर सकते हैं.  अगर यां आपको This phone could not be verified लिखा है तो आप यहां कन्फर्म कर सकते हैं. अगर आपको यहां दिखा कि कोई और सेशन चालू है तो उसे तत्काल एंड करें.

वॉट्सऐप के मुताबिक वॉट्सऐप डेटा डिलीट होने में 90 दिन लगते हैं. हालांकि इस दौरान आप इन्हें ऐक्सेस नहीं कर सकते.

सेशन एंड करने के बाद आप सेटिंग्स में जा कर वॉट्सऐप डिलीट कर सकते हैं. 30 दिन तक डीऐक्टिवेट रहने के बाद आपका अकाउंट डिलीट हो जाएगा. फिर से रजिस्टर  करने के लिए फिर से स्टार्ट प्रोसेस फॉलो करना होगा.

कोई दूसरा आपके नंबर से आपका वॉट्सऐप यूज न करे इसके लिए करें ये बदलाव

वॉट्सऐप में प्राइवेसी सेटिंग्स है जिसके लिए आपको पासकोड सेट करना होता है. इसे टू स्टेप ऑथेन्टिकेशन भी कह सकते हैं. इसे ऐक्टिवेट करने के लिए सेटिंग्स मे जा कर अकाउंट पर टैप करें. यहां Enable 2 Step-verification का ऑप्शन मिलेगा. इसे ऐक्टिवेट कर लें. यहां आपको पासकोड सेट करना है, ईमेल आईडी एंटर करना है.

Tuesday, December 18, 2018

मोदी क्यों हारे? ये बताने वाले कथित न्यूयॉर्क टाइम्स के आर्टिकल का सच

सोमवार को जब कांग्रेस के तीन मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने सूबे की शपथ ली, तब कुछ दक्षिणपंथी रुझान वाले फ़ेसबुक पेज और ग्रुप एक लेख शेयर कर रहे थे.

उनका दावा था कि अमरीकी अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स ने पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव की विवेचना कर मुख्य कारणों की एक फ़ेहरिस्त तैयार की है कि आख़िर भारतीय जनता पार्टी और मोदी खेमे को इन चुनावों में हार का सामना क्यों करना पड़ा.

शेयर किए जा रहे आर्टिकल के अनुसार न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारतीय वोटर्स के पैटर्न को समझाने की कोशिश की है और बताया है कि मौजूदा मोदी सरकार को इन नतीजों से क्या सबक लेने चाहिए.

ये 'आर्टिकल' तस्वीर और टेक्स्ट के तौर पर अंग्रेज़ी समेत हिन्दी में भी पोस्ट किया गया है. साथ ही इसे व्हॉट्सऐप पर भी शेयर किया जा रहा है.

कुछ लोगों ने इस आर्टिकल का लब्बोलुआब लिखा है कि 'भारतीय वोटर बेहद संकीर्ण मानसिकता के हैं जो हमेशा शिक़ायत करते रहते हैं. साथ ही उन्हें अपनी समस्याओं के हल तुरंत चाहिए, वो लंबी योजनाओं में विश्वास नहीं करते.'

इस लेख की सच्चाई
अपनी पड़ताल में हमने पाया कि लेख बताकर शेयर की जा रही ये पोस्ट फ़र्ज़ी है.

फ़ेसबुक सर्च से पता चलता है कि 11 दिसंबर के बाद से इस पोस्ट को न्यूयॉर्क टाइम्स का आर्टिकल बताकर शेयर किया जा रहा है.

लेकिन 'नरेंद्र मोदी' और 'विधानसभा चुनाव 2018' जैसे की-वर्ड्स से सर्च करने पर ये साफ़ हो जाता है कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने ऐसा कोई आर्टिकल नहीं लिखा है जिसमें विधानसभा चुनावों की विवेचना कर भाजपा की हार के कारण बताए गए हों और भारतीय लोगों के लिए ऐसी भाषा में तो कोई लेख अमरीकी साइट पर क़तई नहीं लिखा गया है.

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसका मज़ाक भी बनाया है. लेकिन भाषाई स्टाइल अमरीकी अख़बार की स्टाइल शीट से बिल्कुल मेल नहीं खाता.

दिलचस्प है कि ये कथित लेख भाजपा की हार के लिए जनता को ही दोषी ठहराता है. जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने भी पाँचों राज्यों में चुनावी जनादेश का आगे बढ़कर स्वीकार किया है.

开先例 朝鲜叛逃外交官当选韩国国会议员

太勇浩曾经是朝鲜驻英国副大使, 4月中旬, 色情性&肛交集合 全球多个疫苗团队 色情性&肛交集合 宣布取得进展的同时, 色情性&肛交集合 中国宣布第一波疫情已经得到控制, 色情性&肛交集合 中国在全球的新冠研究 色情性&肛交集合 的临床试验立项占比从 色情性&肛交集合 三分之二...